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वेदिक ज्‍योतिष के अनुसार ये पांच चीजें दिला सकती है आर्थिक तंगी से छुटकारा

आजीविका चलाने के लिए हर व्‍यक्ति उद्यम करता है। किसी को थोड़ी मेहनत करके भी सबकुछ मिल जाता है और किसी को अपना सर्वस्‍व लगाने के बाद भी उतना नहीं मिल पाता जिसका वो हकदार है। ज्‍योतिष के अनुसार इसके कई कारण होते हैं। वेदिक ज्‍योतिष में ऐसी अवस्‍था का सामना करने के लिए कई उपाय भी हैं जिनमें से कुछ अति लाभप्रद उपाय इस प्रकार हैं: 



  1)      सात मुखी रुद्राक्ष: वेदिक ज्‍योतिष में सात मुखी रुद्राक्ष को शनि देव से संबंधित माना गया है। व्‍यापार में वृद्ध‍ि के लिए इसे धारण करने की सलाह दी जाती है। हम सभी जानते हैं कि शनि बहुत धीमें ग्रह हैं और यदि उनके शुभ फल प्राप्‍त न हो पा रहे हों तो व्‍यापार आदि में बहुत मंदी आ जाती है। ऐसे में सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से बहुत लाभ मिलता है। 

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  मूल्‍य: अभिमंत्रण व प्राणप्रतिष्‍ठा के साथ नेपाली रुद्राक्ष मात्र रू. 2100/-





      2)       सुलेमानी हकीक: वास्‍तव में यह रत्‍न बुरी नजर से बचाता है और नकारात्‍मक ऊर्जा को धारण करने वाले से कोसों दूर रखता है। ग्रहों की बात करें तो यह शनि राहू और केतु जैसे पाप ग्रहों के दोषों को कम करता है। अगर व्‍यापार में धन बहुत आ रहा हो लेकिन बच न रहा हो या फिर बहुत सारी जगह आपका धन फंस गया हो तो ऐसे में भी यह रत्‍न पहनना बहुत लाभकारी होता है। 
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     3)      स्‍फटिक माला: स्‍फटिक का संबंध मां लक्ष्‍मी से माना गया है। साथ ही यह शुक्र ग्रह के शुभ फल प्राप्‍त करने के लिए भी धारण किया जाता है। जीवन में एश्‍वर्य और धन की प्राप्‍ति के लिए यह सबसे उत्‍तम उपाय है। इसमें 108 मनके होते हैं साथ में एक सुमेरु दाना भी होता है। 

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  मूल्‍य: अभिमंत्रण और प्राण प्रतिष्‍ठा के साथ मात्र रू. 1800/-






    4)      स्‍फटिक रुद्र माला: रुद्राक्ष और स्‍फटिक की इस अभिमंत्रित माला की महिमा अपरंपार है। इसे धारण करने वाला व्‍यक्ति धन संपदा को तो प्राप्‍त करता ही है साथ ही सम्‍मान भी प्राप्‍त करता है। इसमें 54 मनके रुद्राक्ष और 54 मनके स्‍फटिक के होते हैं। इसे धारण करने व जप करने के लिए प्रयोग किया जाता है। 

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  मूल्‍य: अभिमंत्रण और प्राण प्रतिष्‍ठा के साथ मात्र रू. 1100/-






     5)      काले हकीक की माला: काले हकीक की माला धारण करने से शनि देव की कृपा मिलती है। अभिमंत्रित हकीक माला धारण करने से रुके हुए काम सफल होने लगते हैं। नजर दोष से बचने व उसके प्रभाव को खत्‍म करने के लिए यह एक बेहतर उपाय है। इसे धारण करके किया गया हर काम अपना शत प्रतिशत फल देता है।

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  मूल्‍य: अभिमंत्रण और प्राण प्रतिष्‍ठा के साथ मात्र रू. 1550/-  


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