Skip to main content

नवरत्‍न

नवग्रह शांति के ल‍िए सबसे उत्‍तम होते हैं नवरत्‍न 

ज्‍योतिष के अनुसार इस पृथ्‍वी में हो रही सारी गतिविधियां नव ग्रहों द्वारा संचालित की जाती है। ज‍िस व्‍यक्ति की कुंडली में ज‍ितने ग्रह शुभ स्‍थ‍ि‍ति  में होते हैं वह उतना ही सौभाग्‍यशाली, धनवान, यश और प्रसिद्धि को प्राप्‍त करने वाला होता है।

इन नव ग्रहों को अपने अनुसार शांत रखने के ल‍िए समय समय पर नवग्रह शांति की पूजा, यज्ञ, हवन आदि करवाता रहता है।

ज्‍योतिष व‍िज्ञान में इसके ल‍िए नवरत्‍न की अंगूठी धारण करने की सलाह दी जाती है। अभिमंत्रित नवरत्‍न अंगूठी धारण करने से नवग्रह शां‍त रहते हैं और जीवन में आने वाली कई विघ्‍न बाधाएं टल जाती हैं।

जो व्‍यक्ति पग पग पर यह महसूस करता हो कि‍ भाग्‍य उसका साथ नहीं दे रहा है या काम आखिरी समय पर जाकर अटक जाते हों ऐसे लोगों को नवरत्‍न धारण करना बेहद शुभ फल देता है।

नवरत्‍न को चांदी में धारण करने का व‍िशेष महत्‍व है। चांदी चंद्रमा का रत्‍न है और चंद्रमा वेदिक ज्‍योतिष में सबसे महत्‍पूर्ण ग्रह है। यह हमारे मन को और व‍िचारों को न‍ियंत्रित करता है अत: नवरत्‍न को चांदी में धारण क‍िया जाता है तो हर ग्रह के उत्‍तम फल प्राप्‍त करने में व्‍यक्ति पूर्ण रूप से सक्षम हो जाता है।

नवरत्‍न को लॉकेट, ब्रसलेट, अंगूठी के स्‍वरूप में धारण क‍िया जा सकता है। क‍िसी भी स्‍वरूप में यह उतना ही फलदायी होता है।

COD में अथवा Prepaid में प्राप्‍त करने के लिए क्‍लिक करें।

Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 

Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 
 Click Here
Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 


Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 

Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 

Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 


Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 

Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 

Online ऑर्डर करने के ल‍िए क्‍लिक करें (COD/Prepaid) 

Comments

Popular posts from this blog

मनुष्य की राशि और राशि रत्न का महत्व

हर व्‍यक्ति किसी न किसी विशेष नक्षत्र और राशि में जन्‍म लेता है। वेदिक ज्‍योतिष के अनुसार किसी भी जातक के जन्‍म के समय चंद्रमा जिस राशि में स्थित होता है उसे ही व्‍यक्ति की राशि के रूप में जाना जाता है। इस राशि का प्रभाव मनुष्‍य के जीवन में उसके हाव भाव में हमेशा ही दिखाई देता है। राशि का महत्‍व एवं प्रभाव राशि का महत्‍व समझने से पहले हमें भारतीय ज्‍योतिष में चंद्रमा का महत्‍व समझना चाहिए। चंद्रमा वेदिक ज्‍योतिष में सबसे महत्‍वपूर्ण ग्रह माना गया है। इसका सीधा संबंध मानव के मन-मस्तिष्‍क से होता है। यह पृथ्‍वी के सबसे पास स्थित ग्रह है और इसके गुरूत्‍वाकर्षण का प्रभाव समुद्र में ज्‍वार भाटा के रूप में साफ दिखाई देता है। हमारे ऋषि‍ मुनियों और ज्‍योतिषाचार्यों ने इसे समझा और इसके मानव जीवन पर प्रभाव का अध्‍ययन करके इसे ज्‍योतिष शास्‍त्र का सबसे महत्‍वपूर्ण ग्रह कहा। चंद्रमा के आधार पर ही मनुष्‍य की जन्‍म राशि तय की जाती है। जन्‍म के समय चंद्रमा आकाश में जिस राशि पर स्थित होता है वही राशि किसी भी व्‍यक्ति की जन्‍म राशि होती है। अगर जन्‍म राशि जीवन में सकारात्‍मक प्रभाव देती ह...

विवाह बाधा निवारण कवच, शादी के रुकावट को दूर करने का रामबाण उपाय

विवाह बाधा निवारण कवच हमारे समाज में विवाह का इतना महत्‍व है कि यदि सही समय में किसी का विवाह संपन्‍न हो जाए तो उसे भगवान का वरदान ही समझा जाता है। लेकिन यदि किसी का विवाह समय से न हो तो यह सिर्फ उसके लिए ही नहीं उसके पूरे परिवार के लिए परेशानी और तनाव का कारण बन जाता है। लेकिन वेदिक ज्‍योतिष में इस परिस्थिति से बाहर निकलने के लिए कई कारगर उपाय हैं। इन्‍हीं उपायों में से ज्‍योतिष आशा के माध्‍यम से मैं लेकर आया हूं विवाह बाधा निवारण कवच। आइए जानते हैं क्‍या खास है इस कवच में और कैसे यह सक्षम है विवाह में आ रही अड़चनों और बाधाओं को दूर करने में: इस कवच का सबसे पहला और महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है: 1: कात्‍यायिनी यंत्र:  मां कात्‍यायिनी मंगल कार्यों की देवी हैं और भारतीय पौराणिक कथाओं में इस बात का साफ वर्णन मिलता है कि जब गोपियों को श्रीकृष्‍ण का प्रेम नहीं प्राप्‍त हुआ तो उन्‍होंने मां कात्‍यायिनी की पूजा अर्चना की और उनसे स्‍वामी रुप में भगवान श्रीकृष्‍ण को प्राप्‍त करने की कामना की। मां कात्‍यायिनी के आशीर्वाद से ही भगवान श्रीकृष्‍ण सबको प्राप्‍त हुए। इस प्र...

भाग्‍य परिवर्तन की क्षमता वाले राशि रत्‍न

राशि रत्‍न सदियों से मानव जीवन का ह‍िस्‍सा हैं। प्राचीन कालखंड में भी कई ऐसे उदाहरण म‍िल जाते हैं ज‍िनमें राश‍ि रत्‍न धारण कर जीवन की चुनौतियों का सरलता से सामना करने की बात स्‍वीकारी गई है। राशि रत्‍न बेहद लाभकारी होते हैं यही कारण है क‍ि यह लंबे समय से मानव सभ्‍यता का ह‍िस्‍सा बने हुए हैं।  रत्‍न बेहद लाभकारी हैं और यह अपनी ऊर्जा मात्र से व्‍यक्ति का जीवन परिवर्तन करने की क्षमता रखते हैं जरूरत बस इतनी होती है क‍ि रत्‍न को समझकर सलाह अनुसार धारण क‍िया जाए।  आइए जानते हैं भाग्‍योदय के ल‍िए राशि अनुसार रत्‍न 1: मेष और वृश्‍चिक राशि : मेष और वृश्‍चिक राशि का स्‍वामी मंगल होता है। मंगल बल, शक्‍ति और साहस का कारक होता है। अत: इन राशि के जातकों को मूंगा धारण करके आगे बढ़ने की क्षमता प्राप्‍त होती है। वह अपने साहस और न‍िडरता के कारण धन, यश, वैभव और सामाजिक प्रतिष्‍ठा प्राप्‍त करते हैं। आचार्य जी के आशीर्वाद स्‍वरूप मूंगा की अभिमंत्रित अंगूठी उसकी धारण व‍िधि‍ और  प्रमाण पत्र के साथ प्राप्‍त करने के ल‍िए 7007012255 पर संपर्क कीजिए। या फोटो में क्‍ल‍िक करके ऑनलाइन ...