Skip to main content

रत्‍न राज कहलाने लायक है यह अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक रत्‍न


सुलेमानी हकीक एक ऐसा रत्‍न है जिसके बारे में अधिकतर लोग नहीं जानते हैं। लेकिन जो जानता है वो इसे धारण किए बिना नहीं रहता है। किसी भी धर्म से ऊपर सुलेमानी हकीक को सभी पूरी आस्‍था और श्रृद्धा से धारण करते हैं।

अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक का मूल्‍य मात्र 1200 रुपए प्राप्‍त करने के लिए कॉल करें : 7007012255

ज्‍योतिष में इस रत्‍न का महत्‍व

ज्‍योतिष की बात करें तो यह रत्‍न राहू, केतु और शनि का रत्‍न माना जाता है। इस रत्‍न की सबसे बड़ी बात है कि यह आपको बुरी नजर से बचाए रखता है और एक तरह की प्रोटेक्‍शन लेयर आपके चारों ओर बनाता है। बहुत सारे ज्‍योतिषाचार्य इस रत्‍न को सभी को पहनने की सलाह देते हैं क्‍योंकि इस धारण करने के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है इसे कोई भी राशि का व्‍यक्ति धारण कर सकता है तथा इसका कोई नुकसान भी नहीं है।






संकेत जिनके बाद अवश्‍य धारण करें यह रत्‍न


1: अगर बुरे सपने आते हैं या सपने में सांप द‍िखाई देता हो या काट लेता हो तो इस रत्‍न को अविलंब धारण कर लेना चाहिए।

2: बहुत ज्‍यादा उधार अगर आपके सर पर हो तो भी केतु दुष्‍फल के संकेत होते हैं ऐसे में सुलेमानी हकीक अवश्‍य धारण करना चाहिए।

3: किसी भी काम की सफलता में अगर जरूरत से ज्‍यादा समय लग जाता हो तो ऐसे लोगों को भी सुलेमानी हकीक धारण करना चाहिए।

4: आपको अगर आलस्‍य ने घेर रखा हो और किसी भी काम को करने का मन न करता हो तो आपके अंदर सकारात्‍मक ऊर्जा की कमी है। ऐसे में अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक धारण करना चाहिए।

5: एकाग्रता की कमी के कारण लगातार असफलता हाथ लग रही हो तो भी इस रत्‍न को धारण कर लेना चाहिए।

6: समाज में खुद को शीर्ष पर स्‍थापित करने की चाह रखने वाले लोगों के लिए भी यह रत्‍न बहुत काम का होता है।

7: अगर आपके काम अंतिम समय में जाकर बेकार हो जाते हैं या धन प्राप्‍ति में अंतिम समय में कोई अड़चन आ जाती है तो यह शनि देव के दुष्‍प्रभाव के कारण होता है। ऐसे में अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक अवश्‍य धारण करना चाहिए। 

कैसे प्राप्‍त करें सही सुलेमानी हकीक


यह बहुत आसानी से प्राप्‍त किया जा सकता है। अधिकतर जगहों पर यह पूर्ण रूप से प्राकृतिक ही प्राप्‍त होता है। लेकिन इसको धारण करने से पहले ध्‍यान रखने वाली बात यह है कि जो रत्‍न हम धारण करने जा रहे हैं वो ओरीजिनल होने के साथ-साथ अभिमंत्रित भी हो। क्‍योंकि अभिमंत्रित रत्‍न ही आपको और आपके जीवन को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। रत्‍न की गुणवत्‍ता का प्रमाण इसके साथ मिलने वाला लैब सर्टिफिकेट होता है।

अभिमंत्रित और लैब से सर्टिफाइड सुलेमानी हकीक प्राप्‍त करने के लिए 7007012255 पर संपर्क करें और अधिक जानकारी प्राप्‍त करेंं। 





कैसे होता है इसका प्रभाव

अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक धारण करने के बाद भी यह आपकी जिम्‍मेदारी है कि आप इसका भरपूर लाभ लें। चलिए मैं इसको एक उदाहरण देकर समझाता है। सोचिए की आपने भगवान से खूब सारे पैसे मांगे और भगवान ने प्रसन्‍न होकर आपको दे भी दिए। इसके बाद उन पैसों से मजे करने और इनका सुख भोगने के लिए तो यह आपको ही सोचना होगा कि कैसे उन पैसों को खर्च किया जाए। बिल्‍कुल वैसे ही इस रत्‍न को धारण कर लेना मात्र ही आपकी समस्‍या का समाधान नहीं है बल्कि इसे धारण करने के बाद आपको सकारात्‍मक होना पड़ेगा और जिस बात की कामना के लिए आपने इसे धारण किया है उसको पाने के लिए आगे बढ़ना होगा। कोई फर्क नहीं पड़ता कि अब तक आपको आपके प्रयास का सही फल नहीं मिला लेकिन एक अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक धारण करने के बाद आपको इसका पूरा फल अवश्‍य मिलेगा।


बचें गलत धारणाओं और कुप्रचार से

दुनिया में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनको भ्रांति और झूठ फैलाने में बहुत आनंद आता है। ये लोग इसी तरह के काम को अपने जीवन का लक्ष्‍य बना लेते हैं। ऐसी भी भ्रांति सुलेमानी हकीक के प्रभाव को लेकर भी फैलाई जा रही है।

ये उन धनाण्‍य ज्‍योतिषाचार्यों और व्‍यापारियों का षणयंत्र भी हो सकता है जो सुलेमानी हकीक जैसे बेहद किफायती किन्‍तु प्रभावकारी रत्‍न को बदनाम करना चाहते हैं क्‍योंकि यह रत्‍न माणिक और पुखराज जैसे दूसरे रत्‍नों की तरह महंगा नहीं होता और उन्‍हें सुलेमानी हकीक बेचने खरीदने में उतना लाभ नहीं होता जितना मंहगे रत्‍नों को बेचने में होता है।

इसके अलावा अगर लोग सुलेमानी हकीक को धारण करने लगेंगे तो उन रत्‍नों को धारण करने वालों की संख्‍या में कमी आएगी जिससे उनका मुनाफा भी कम होगा।

इसलिए ऐसे प्रचार के प्रभाव में आने से बचें जो यह दावा करें कि यह आपको रातोंरात अमीर बना देगा या इसको मुट्ठी में रखकर चाकू मारने से भी आपका हाथ नहीं कटेगा आदि आदि।

यह चमत्‍कारी रत्‍न तोअवश्‍य है लेकिन इसका चमत्‍कार तभी होगा जब आप भी उस ओर काम करेंगे जिस चीज को पाने के लिए आपने इसे धारण किया है। यह आपकी मनोकामना को पूरा नहीं करता बल्कि आपकी मनोकामना के पूरा होने के लिए आपके रास्‍ते को आसान बनाता है। क्‍योंकि इस कलयुग में व्‍यक्ति को कुछ भी बैठे बैठे नहीं मिलता हां अगर आप सही मार्ग पर है तो आसानी से जरूर मिल जाता है तो यह अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक धारण करने वाले को सही मार्ग पर ही लेकर जाता है।





कहां से प्राप्‍त करें

अभिमंत्रित और लैब से सर्टिफाइड सुलेमानी हकीक प्राप्‍त करने के लिए 7007012255 पर संपर्क करें और अधिक जानकारी प्राप्‍त करेंं। 


Comments

Popular posts from this blog

मनुष्य की राशि और राशि रत्न का महत्व

हर व्‍यक्ति किसी न किसी विशेष नक्षत्र और राशि में जन्‍म लेता है। वेदिक ज्‍योतिष के अनुसार किसी भी जातक के जन्‍म के समय चंद्रमा जिस राशि में स्थित होता है उसे ही व्‍यक्ति की राशि के रूप में जाना जाता है। इस राशि का प्रभाव मनुष्‍य के जीवन में उसके हाव भाव में हमेशा ही दिखाई देता है। राशि का महत्‍व एवं प्रभाव राशि का महत्‍व समझने से पहले हमें भारतीय ज्‍योतिष में चंद्रमा का महत्‍व समझना चाहिए। चंद्रमा वेदिक ज्‍योतिष में सबसे महत्‍वपूर्ण ग्रह माना गया है। इसका सीधा संबंध मानव के मन-मस्तिष्‍क से होता है। यह पृथ्‍वी के सबसे पास स्थित ग्रह है और इसके गुरूत्‍वाकर्षण का प्रभाव समुद्र में ज्‍वार भाटा के रूप में साफ दिखाई देता है। हमारे ऋषि‍ मुनियों और ज्‍योतिषाचार्यों ने इसे समझा और इसके मानव जीवन पर प्रभाव का अध्‍ययन करके इसे ज्‍योतिष शास्‍त्र का सबसे महत्‍वपूर्ण ग्रह कहा। चंद्रमा के आधार पर ही मनुष्‍य की जन्‍म राशि तय की जाती है। जन्‍म के समय चंद्रमा आकाश में जिस राशि पर स्थित होता है वही राशि किसी भी व्‍यक्ति की जन्‍म राशि होती है। अगर जन्‍म राशि जीवन में सकारात्‍मक प्रभाव देती ह...

विवाह बाधा निवारण कवच, शादी के रुकावट को दूर करने का रामबाण उपाय

विवाह बाधा निवारण कवच हमारे समाज में विवाह का इतना महत्‍व है कि यदि सही समय में किसी का विवाह संपन्‍न हो जाए तो उसे भगवान का वरदान ही समझा जाता है। लेकिन यदि किसी का विवाह समय से न हो तो यह सिर्फ उसके लिए ही नहीं उसके पूरे परिवार के लिए परेशानी और तनाव का कारण बन जाता है। लेकिन वेदिक ज्‍योतिष में इस परिस्थिति से बाहर निकलने के लिए कई कारगर उपाय हैं। इन्‍हीं उपायों में से ज्‍योतिष आशा के माध्‍यम से मैं लेकर आया हूं विवाह बाधा निवारण कवच। आइए जानते हैं क्‍या खास है इस कवच में और कैसे यह सक्षम है विवाह में आ रही अड़चनों और बाधाओं को दूर करने में: इस कवच का सबसे पहला और महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है: 1: कात्‍यायिनी यंत्र:  मां कात्‍यायिनी मंगल कार्यों की देवी हैं और भारतीय पौराणिक कथाओं में इस बात का साफ वर्णन मिलता है कि जब गोपियों को श्रीकृष्‍ण का प्रेम नहीं प्राप्‍त हुआ तो उन्‍होंने मां कात्‍यायिनी की पूजा अर्चना की और उनसे स्‍वामी रुप में भगवान श्रीकृष्‍ण को प्राप्‍त करने की कामना की। मां कात्‍यायिनी के आशीर्वाद से ही भगवान श्रीकृष्‍ण सबको प्राप्‍त हुए। इस प्र...

भाग्‍य परिवर्तन की क्षमता वाले राशि रत्‍न

राशि रत्‍न सदियों से मानव जीवन का ह‍िस्‍सा हैं। प्राचीन कालखंड में भी कई ऐसे उदाहरण म‍िल जाते हैं ज‍िनमें राश‍ि रत्‍न धारण कर जीवन की चुनौतियों का सरलता से सामना करने की बात स्‍वीकारी गई है। राशि रत्‍न बेहद लाभकारी होते हैं यही कारण है क‍ि यह लंबे समय से मानव सभ्‍यता का ह‍िस्‍सा बने हुए हैं।  रत्‍न बेहद लाभकारी हैं और यह अपनी ऊर्जा मात्र से व्‍यक्ति का जीवन परिवर्तन करने की क्षमता रखते हैं जरूरत बस इतनी होती है क‍ि रत्‍न को समझकर सलाह अनुसार धारण क‍िया जाए।  आइए जानते हैं भाग्‍योदय के ल‍िए राशि अनुसार रत्‍न 1: मेष और वृश्‍चिक राशि : मेष और वृश्‍चिक राशि का स्‍वामी मंगल होता है। मंगल बल, शक्‍ति और साहस का कारक होता है। अत: इन राशि के जातकों को मूंगा धारण करके आगे बढ़ने की क्षमता प्राप्‍त होती है। वह अपने साहस और न‍िडरता के कारण धन, यश, वैभव और सामाजिक प्रतिष्‍ठा प्राप्‍त करते हैं। आचार्य जी के आशीर्वाद स्‍वरूप मूंगा की अभिमंत्रित अंगूठी उसकी धारण व‍िधि‍ और  प्रमाण पत्र के साथ प्राप्‍त करने के ल‍िए 7007012255 पर संपर्क कीजिए। या फोटो में क्‍ल‍िक करके ऑनलाइन ...