दरिद्रता दूर करने वाली नृप अंगूठी जन्म कुंडली में बृहस्पति और चंद्रमा की स्थिति से एक ऐसा चमत्कारिक योग होता है जो व्यक्ति को राजा के समान फल देता है। इस योग को गजकेसरी योग कहते हैं। ज्योतिष की पुस्तकों में इसे सबसे शुभ योग कहा जाता है। यह योग व्यक्ति को उच्च सामाजिक जीवन देता है, धन धान्य से परिपूर्ण करता है, उच्च जीवन स्तर देता है। ऐसे लोग समाज में कुछ विशेष काम करते हैं जिसके लिए उन्हें उच्च सम्मान की प्राप्ति भी होती है। बहुत बार ऐसा होता है कि दोनों में से किसी भी ग्रह की स्थिति कमजोर होने पर इस योग के होते हुए भी इसके शुभ फल प्राप्त नहीं होते हैं। ऐसी परिस्थिति में इन ग्रहों के प्रभावों को सम अवस्था में लाकर जातक को इस योग के प्रभाव प्राप्त होते हैं। इसी प्रयोजन हेतु ज्योतिष आशा ने नृप मुद्रिका तैयार की है। इस मुद्रिका को धारण करने से गजकेसरी योग के लाभ मिलते हैं। इस मुद्रिका को वो लोग अवश्य धारण करें जिनकी कुंडली में गजकेसरी योग तो है लेकिन फिर भी दरिद्रता और संघर्ष में जीवन यापन करना पड़ रहा है। इसके अलावा हर वो व्यक्ति जो अप...